आरती जनक दुलारी की – शोभामय सीता प्यारी की।विद्यादात्री.. →
संग्रह
हनुमान चालीसा अर्थ सहित
(यह चालीसा सूर्यास्त के समय पढ़ने का अधिक है। दोहा
श्री.. →
भृगु स्तोत्र अर्थ सहित
महर्षि भृगु ब्रह्मा जी के मानसपुत्र दैत्य गुरु शुक्राचार्य.. →
श्री बगलामुखी मंत्र – Baglamukhi Mantar
|| स्व सुरक्षा हेतु श्री बगुलामुखि मंत्र ||
अपमृत्युभय, दुर्घटना,.. →
श्री प्रेतराज जी की आरती
जय प्रेतराज राजा, जय प्रेतराज राजा। संकट मोचन वीरा, संकट मोचन.. →
श्री भैरव जी की आरती
आरती करो, भैरव की करो, भैरव की, काल भैरव की, आरती करो भैरव की।
सिर.. →
शिव चालीसा
दोहा
अज अनादि अविगत अलख, अकल अतुल अविकार । वन्दौ शिव पद.. →
श्री प्रेतराज जी चालीसा
दोहा
श्री भृगु कमल पद ध्यान धर, श्री हनुमत चरण चित्तलाय।.. →
श्री भैरव जी चालीसा
दोहा
पहले सुमिर गणेश, को फिर बाला जी ध्यान। भैरव चालीसा.. →
श्री भैरव जी प्रार्थना
सुनो जी भैरव वीर, हे रणधीर, यह विनती करूँ। भिक्षा मुझे यह चाहिए,.. →
श्री प्रेतराज जी प्रार्थना
जय प्रेतराज धिराज राजा कृपा इतनी कीजिये हम द्वार तुम्हारे.. →
श्री तुलसीदास जी कृत रुद्राष्टकम्
नमामी शमीशान निर्वाणरूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदस्वरूपम्, निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहं ॥ 1 ॥ .. →
श्री राम वन्दना
छ- मामभिरक्षय रघुकुल नायक धृत बर चाप रुचिर कर सायक ।। .. →
गुरु वन्दना
गुरुदेव सुनो, मैं पड़ा यहां, सिर रखे तुम्हारे चरणों में, इनका ही सहारा रखना सदा, रहूं पड़ा तुम्हारे चरणों में ।.. →
गणेश वन्दना
जय-जय गणनायक – हृदय विधायक- एक दन्त महाकाय,.. →