लगाले प्रीत भगवन से

लगाले प्रीत भगवन से, वही मुक्ति के दाता हैं,
विधाता हैं वे दुनियाँ के, वही सब जग के दाता हैं। लगाले …

चरणों में प्रीत जब उनके, लगाएगा जमाने में,
जो सच्चे मन से चाहेगा, तो खुशियाँ वो दिलाता है। लगाले …

इश्क़ गैरों से करता है, बढ़ाले यारी तूँ उस से,
वही है यार सच्चा बस, उसी से सच्चा नाता है। लगाले …

खुदा का नूर सच्चा जब, नज़र दुनियाँ में आता है,
उसी दम सारी दुनियाँ का, अँधेरा भाग जाता है। लगाले …