(हनुमान चालीसा के पाठ के बाद अवश्य ही एक पाठ तो करें ही करें।)→
दोहा निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करै सनमान। तेहि के.. →
(यह चालीसा सूर्यास्त के समय पढ़ने का अधिक महत्व है।) दोहा →