" तृष्णा का अन्त कहाँ ?
"
आज का दिन
तिथि
17-01-2025 शुक्रवार
चतुर्थी
माघ (कृष्ण पक्ष)
कालयुक्त सम्वत्सर
विक्रम संवत 2080राहुकाल
10:30-12:00 Noon दोपहर
व्रत
मासिक श्री गणेश चतुर्थी व्रत, संकष्ट चतुर्थी व्रतविवरण
माघ स्नान (13-01-2025 से 12-02-2025
श्री त्रिमूर्तिधाम पञ्चतीर्थ
का शाब्दिक अर्थ है - वह तीर्थ जहाँ 5 दिव्य विग्रह का वास हो...
आप सभी के ध्यानार्थ
भक्तों के ध्यानार्थ
श्री त्रिमूर्तिधाम में प्रभु मौन की भाषा समझते हैं - अतएव भक्तों को मौन भाव से उनके समक्ष प्रार्थित होना ...
सेवकों के ध्यानार्थ
सेवक के लिए अमर्यादित परिधान वर्जित है - निर्धारित परिधान पीत धोती कुर्त्ता अथवा पीत ...
श्री भृगु शरण मन्त्र
ॐ आत्मवेत्ता वेदान्त सूक्ष्म तत्व परं ग्रही। विधि मानस भूतिश्च श्री भृगु शरणं मम्।।
हसौं हंसः परं ब्रह्म योगिनां योगचितप्रभुः। रघूणां सुप्रकाशी च श्री भृगु शरणं मम्।।
शिवाज विष्णु नामीशो दृष्टा तेषां च संस्थितिम्ः। कमलाजः कमलाशापः श्री भृगु शरणं मम्।।
सर्व साक्षी सर्वमार्गी सर्वशास्त्र प्रवर्तकः। सर्वेभ्यः सुखदाता च श्री भृगु शरणं मम्।।
सच्चिदानन्द रूपश्च सत्कला सुप्रवर्धनः। सर्वनामी सर्व सौम्यः श्री भृगु शरणं मम्।।