मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन ,
यत्पूजितं मयादेव परिपूर्णम तदस्तु में।।
यदक्षरंपदभ्र्ष्टमात्रा हीनं च यद भवेत ,
तत्सर्वं क्षम्यतां देव प्रसीद परमेश्वर।।
Related posts:
श्री नवग्रह स्तोत्रम्
श्री बाला जी को प्रातः जगाने हेतु प्रार्थना - 1
गणेश वन्दना
श्री प्रेतराज जी प्रार्थना
श्री बाला जी से शयन से पूर्व की प्रार्थना
प्रार्थना
श्री महालक्ष्म्यष्टकम्
श्री बाला जी को प्रातः जगाने हेतु प्रार्थना - 2
गुरु वन्दना
श्री राम वन्दना
श्री भैरव जी प्रार्थना
श्री बाला जी से शयन प्रार्थना