श्री हनुमान जी का व्रत
किसी मनोरथ हेतु – यह व्रत मंगलवार अथवा शनिवार दोनों दिन किया जा सकता है – लेकिन दोनों दिनों में करने की विधि भिन्न भिन्न है।.. →
यदि चोट के पश्चात सूजन एवं दर्द रहे तो – निम्नलिखित निर्गुण्डी.. →
कीकर की छाल मुंह में रख कर चूसें। कीकर की दातुन का प्रयोग.. →
मधु
घृत
दूध
दही
शक़्क़र
गंगा जल
गुलाब जल .. →
मधुमेह (शूगर) 9 पते देसी नींबू के 9 पते नीम के 9 पते बील के गंगा.. →
जिनके घर में वास्तुदोष है, वे क्रूर्मावतार का पूजन करें।
देव पूजन करने से पूर्व स्नान कर शुद्ध होना एवं शुद्ध वस्त्र.. →