लगाले प्रीत भगवन से लगाले प्रीत भगवन से, वही मुक्ति के दाता हैं, विधाता हैं वे दुनियाँ के, वही सब जग के दाता हैं । लगाले० .. →
गुरु वन्दना गुरुदेव सुनो, मैं पड़ा यहां, सिर रखे तुम्हारे चरणों में, इनका ही सहारा रखना सदा, रहूं पड़ा तुम्हारे चरणों में ।.. →