श्री बाला जी को प्रातः जगाने हेतु प्रार्थना – 2

जरा आँख तो खोलो बाला जी।
तेरे द्वारे खड़े दिन बीत रहे, हमारा संकट काटो, बाला जी।।

हम गगरी भर कर लाये हैं, तुम उठो नहालो बाला जी।
जरा आँख तो खोलो बाला जी।।

हम चोला लेकर आये हैं, तुम इसे चढालो बाला जी।
जरा आँख तो खोलो बाला जी।।

हम हार फूलों के लाये हैं, तुम इन्हें पहनलो बाला जी।
जरा आँख तो खोलो बाला जी।।

हम केसर तिलक लेकर आये, तुम इसे लगाओ बाला जी।
जरा आँख तो खोलो बाला जी।।

हम लडडू लेकर आये हैं, तुम भोग लगाओ बाला जी।
जरा आँख तो खोलो बाला जी।।

हम भक्ति मांगने आये हैं, तुम भक्ति दे दो बाला जी।
जरा आँख तो खोलो बाला जी।।

हम शक्ति मांगने आये हैं, तुम शक्ति दे दो बाला जी।
जरा आँख तो खोलो बाला जी।।

हम खाली झोली लाये हैं, तुम झोली भर दो बाला जी।
जरा आँख तो खोलो बाला जी।।

सोरठा
प्रनवउँ पवन कुमार खल वन पावक ज्ञान घन।
जासु ह्रदय अगर बसहिं राम सर चाप धर।।