|| स्व सुरक्षा हेतु श्री बगुलामुखि मंत्र ||
अपमृत्युभय, दुर्घटना, रोग, शोक, शत्रुभय और भयंकर कलि और शनि के थपेड़ों से वाण पाने हेतु, कम से कम एक माला तो जरूर पर जरूर जपे। हल्दी की माला श्रेष्ठ केवल चंदन की माला न हो, शेष कोई भी माला लें। सामने ज्योति प्रज्वलित करें, अगरबन्नी लगाएँ, जल रखें और निम्न मंत्र का जप करके सामने रखे जल में फूंक मारे और उसे पी लें।
ॐ ह्लीम् बॅगुलामुखि सर्वदुष्टानाम्
वाचम्- मुखम् पदम्-स्तम्भय जिह्वां कीलय
बुद्धिम् नाशय ह्लीम् ॐ ( स्वाहा )
जप के उपरांत एक माला (रुद्राक्ष की माला पर) श्री त्रिपूर भैरवी माता के निम्न मंत्र का जप भी करें।