जय गुरुदेव, जय गुरुदेव, जय गुरुदेव, जय जय गुरुदेव
गुरु हैं.. →
जय गुरुदेव, जय गुरुदेव, जय गुरुदेव, जय जय गुरुदेव
गुरु हैं.. →
सोइये हे अनन्त अब, निशा छा रही,मंयक नभ में दिख रहे, प्रभा है.. →
श्यन करो प्रभु, प्रेम से हुई तुम्हारी रात,तब तक सपनों में.. →
आरती जनक दुलारी की – शोभामय सीता प्यारी की।विद्यादात्री.. →
महर्षि भृगु ब्रह्मा जी के मानसपुत्र दैत्य गुरु शुक्राचार्य.. →
|| स्व सुरक्षा हेतु श्री बगुलामुखि मंत्र ||
अपमृत्युभय, दुर्घटना,.. →
जय प्रेतराज राजा, जय प्रेतराज राजा। संकट मोचन वीरा, संकट मोचन.. →
आरती करो, भैरव की करो, भैरव की, काल भैरव की, आरती करो भैरव की।
सिर.. →
दोहा
अज अनादि अविगत अलख, अकल अतुल अविकार । वन्दौ शिव पद.. →
दोहा
श्री भृगु कमल पद ध्यान धर, श्री हनुमत चरण चित्तलाय।.. →
दोहा
पहले सुमिर गणेश, को फिर बाला जी ध्यान। भैरव चालीसा.. →
सुनो जी भैरव वीर, हे रणधीर, यह विनती करूँ। भिक्षा मुझे यह चाहिए,.. →
जय प्रेतराज धिराज राजा कृपा इतनी कीजिये हम द्वार तुम्हारे.. →